यार हम क्या हैं ? दोस्त हैं ? अच्छे वाले दोस्त हैं ? यार हम क्या हैं ? दोस्त हैं ? अच्छे वाले दोस्त हैं ?
वक़्त को ना पकड़ सका कोई वक़्त को ना थाम सका! वक़्त को ना पकड़ सका कोई वक़्त को ना थाम सका!
सागर की लहरों जैसे हमारी कामयाबी की तरंगे वैसे ! सागर की लहरों जैसे हमारी कामयाबी की तरंगे वैसे !
अम्मी का मन पहचान लेता, उसके बच्चों के लिए क्या गल्त क्या सही है। अम्मी का मन पहचान लेता, उसके बच्चों के लिए क्या गल्त क्या सही है।
यह कविता एक बेटे के अपने माँ के प्रति स्नेह दर्शाती है| बेटा, जो अपने माँ से दूर है, अपनी माँ को याद... यह कविता एक बेटे के अपने माँ के प्रति स्नेह दर्शाती है| बेटा, जो अपने माँ से दूर...
कम हरदम कमतर नहीं होता। कम हरदम कमतर नहीं होता।